134 ए के तहत शिक्षा ग्रहण करने वाली छात्रा ने किया नाम रोशन
10वीं में 483 अंक लेकर जिलें में किया नाम रोशन।
सत्यखबर, टोहाना (सुशील सिंगला) – 134 ए के तहत शिक्षा ग्रहण करने वाली केएम सरस्वती स्कूल की छात्रा कोमल ने 96.6 प्रतिशत अंक हासिल कर जिले में पोजिशन प्राप्त की है जिसके बाद कोमल के घर व स्कूल में खुशी का महौल है। कोमल के घर बधाई देने वालो का तांता लगा हुआ। कोमल के इस परीक्षा परिणाम से माता-पिता खुशी के मारे फूले नही समा रहे है वहीं उनके पिता व माता की आंखो से खुशी के आंसू भी झलक आए। स्कूल प्रंबधन व परिजनो ने कोमल के उज्जवल भविष्य की कामना की।
क्या कहती है टापर –
इस बारे में कोमल ने बताया कि वह वार्ड दस की रहने वाली है तथा उसके पिता सतबीर सिंह एक छोटी सी दुकान चलाते है। कोमल की माता सुनीता रानी ग्रहणि है। कोमल ने बताया कि उसके पिता ने दुकान से ही घर का गुजर बसर किया तथा उसकी शिक्षा को आगे बढाने में सहयोग किया। कोमल के अनुसार वे दो बहने है तथा उनका एक भाई है। कोमल की बहन ने अलीषा ने केएम सरस्वती स्कूल से बाहरवंी मेडीकल 83 प्रतिशत अंक हासिल कर उनका नाम रोशन किया है। कोमल ने बताया कि उसके गणित में 100 अंक, हिंदी में 99, अंग्रेजी में 95, साईंस में 94, सामाजिक में 93, पंजाबी में 95 अंक, ग्रेड दस व ए प्लस मिली है।
घर में जाकर पांच घंटे करती थी पढाई।
इस बारें में कोमल ने बताया कि उसकी इस सफलता के पीछे परिजनो का आर्शीवाद, स्कूल स्टाफ का सहयोग व उसकी मेहनत रही है। जिसके चलते उसने यह मुकाम हासिल किया है। कोमल ने बताया कि वह बडी होकर डाक्टर बनना चाहती है। उसने बताया कि आज के समय में चिक्तिसा मंहगी होती जा रही है जिसके चलते वह चिक्तिसक बनकर देश सेवा करना चाहती है। उसने बताया कि वह घर जाने के बाद पांच घंटे पढाई करती थी तथा गणित को अधिक समय देती थी। उसकी माता सुनीता रानी ने कहा कि उसकी बेटी ने अच्छे अंक लेकर उनका नाम रोशन किया है वह अन्य माता-पिता से आह्वान करना चाहती है कि बेटियो को कभी बोझ न समझे क्योंकि बेटिया किसी भी क्षेत्र में बेटो से पीछे नही है वह उनका नाम रोशन करती है।
क्या कहती है स्कूल प्राचार्य –
इस बारे में केएम स्कूल प्राचार्य पूनम सोनी ने बताया कि कोमल शुरू से ही शिक्षा में अव्वल रहती थी तथा स्कूल में अनुशासन में रहकर उसने अपना नाम कमाया है। उनकी स्कूल की छात्रा ने इतने अच्छे अंक हासिल किए है जिससे उन्हे बहुत खुशी है। बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटो से कम नही है।